माजुली की संधि (1563) कोच राजा नारा नारायण और अहोम राजा सुखम्फा के बीच तय की गई थी। संधि ने कोच बलों के जनरल और राजा के भाई चिलराई के नेतृत्व में अहोम साम्राज्य के खिलाफ एक सफल अभियान का पालन किया, जिसके परिणामस्वरूप अहोम राजधानी गढ़गांव का पतन हुआ।
माजुली की संधि (1563) कोच राजा नारा नारायण और अहोम राजा सुखम्फा के बीच तय की गई थी। संधि ने कोच बलों के जनरल और राजा के भाई चिलराई के नेतृत्व में अहोम साम्राज्य के खिलाफ एक सफल अभियान का पालन किया, जिसके परिणामस्वरूप अहोम राजधानी गढ़गांव का पतन हुआ।